पटना में फिल्म ‘जया’ का हुआ प्रीमियर:दलित हितों की बात करने वाली पहली भोजपुरी फिल्म, मसान फिल्म से है इंस्पायर्ड
मसान, अमर सिंह चमकीला श्रेणी की भोजपुरी फिल्म ‘जया’ का प्रीमियर आज पटना में हुआ। ‘जया’ दलित हितों की बात करने वाली पहली भोजपुरी फिल्म है। इस फिल्म से भोजपुरी सिनेमा को एक नई दृष्टि देने की कोशिश की गई है। प्रीमियर के मौके पर निर्माता रत्नाकर कुमार, निर्देशक धीरू यादव, लेखक धर्मेंद्र सिंह और कलाकार दयाशंकर पांडेय और माही श्रीवास्तव मौजूद रहे।
फिल्म ‘जया’ एक महत्वपूर्ण मुद्दे को उजागर करती है
इस फिल्म की कहानी ऐसे कस्बे की है, जिसके किनारे गंगा घाट है। जहां दिन रात चिताएं जलती रहती हैं। घाट का डोम राजा अपनी बिटिया जया को अच्छे स्कूल में दाखिला दिलाता है। एक दिन मंच पर इनाम मिलने के समय बिटिया अपने पिता को भी बुला लेती है। इसके बाद जया का जीवन मुसीबतों में घिरने लगता है। दूसरे कास्ट का एक लड़का उससे प्यार करता है। लेकिन जब इस प्रेम को साबित करने की जरूरत होती है तो वह विदेश चला जाता है।
फिल्म निर्माता रत्नाकर कुमार ने कहा कि हमारी फिल्म ‘जया’ एक महत्वपूर्ण मुद्दे को उजागर करती है। हमें गर्व है कि हम इस प्रोजेक्ट का हिस्सा हैं। निर्देशक धीरू यादव ने फिल्म की कहानी और उसके सामाजिक महत्व पर प्रकाश डाला। लेखक धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि फिल्म का उद्देश्य समाज में जागरूकता फैलाना और दलितों के प्रति समाज के दृष्टिकोण को बदलना है।
सौजन्य: दैनिक भास्कर
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