शहीद सम्राट मातादीन भंगी जी की शहादत दिवस दी गई श्रद्धांजली

दिनॉक 08-04-2024 को दलित शोषण मुक्ति मंच व सामाजिक संगठनो का संयुक्त मंच द्वारा आज़ादी की प्रथम (1857) क्रांति के सूत्रधार, महान दलित मूलनिवासी क्रातिकारी, वीर महानायक शहीद सम्राट मातादीन भंगी जी की के शहादत दिवस पर सुदर्शन नगर चुन्नी गंज कानपुर मे दी गई श्रद्धांजली|
संयोजक गोविन्द नारायण ने श्रद्धांजलि कराते हुये लोगो को बताया कि वीर शहीद सम्राट महानायक मातादीन भंगी जी देश के प्रथम कान्किकारी थे और उनको 08 अप्रैल को अंग्रेजो ने इस लिये फॉसी दी थी कि वह विद्रोह कर रहे थे। हम सब उनके 167 वें शहीदी दिवस पर शत शत कोटि कोटि नमन करते है चमन खन्ना ने कहा कि आज ही के दिन 08 अप्रैल 1857 में अंग्रेजों द्वारा मातादीन भंगी जी को फांसी लगा दी गयी थी। अंग्रेजों ने 1857 क्रांति में जो FIR दर्ज की थी उसमें सबसे पहला नाम वीर महानायक मातादीन जी का ही था, उन्होंने ही मंगल पांडे व अन्य साथी सैनिकों को अंग्रेजी सरकार के खिलाफ विद्रोह के लिए प्रेरित किया था।
देश के मनुवादी इतिहासकारों ने इनका नाम मिटाने की अपनी ओर से पुरज़ोर कोशिश की थी लेकिन सच कभी छुपकर नहीं रहता सही वक्त आने पर सामने आ ही जाता ! इसीलिये बाबा साहब ने पढ़ने और पढ़ने के लिये कहा हमारे सभी भाई-बहनों को स्कूली किताबो के साथ साथ मिशन की किताबो को जरूर पढ़नी चाहिए क्योकि मिशन की किताबे पढ़ने से सच्चे इतिहास के साथ साथ सोचने समझने की शक्ति बढ़ेती है और जब आपकी सोचने समझने की शक्ति बढ़ जायेगी तब, कोई भी शैतान तुमको मूत पीने के लिये, गोबर को पूजने के लिये और दूध को फेकने के लिये मानसिक कमजोर (बीमार) नही बना पायेगा ! मनुवादीयो द्वारा हमारे सच्चे इतिहास को किस तरह छुपाया और हमारे ही इतिहास को किस तरह चुराकर अपना बनाया यह भी पता चलने लगेगा| श्रद्धांजली देने वालो मे:- हरभजन बाल्मीकि, हरीश्चन्द्र सागर, रमेश वर्मा हरीशंकर वर्मा, शिवा कैथेल, कुनाल बाल्मीकि, मदन लौंगवर्षा, रिंकू फाईटर, अभिजात बाल्मीकि, तरुन बाल्मीकि, रौनक बाल्मीकि, जयप्रकाश खन्ना, प्रेमचन्द्र, सन्तोष सेठ, राजा खन्ना (डैनी), विजय पंडित, श्रेष्ठ खन्ना, हसरथ बाल्मीकि कार्तिक बाल्मीकि, लड्डू बाल्मीकि आदि|