अलीगढ़ः CRPF से रिटायर्ड दलित जवान व उसके परिवार पर टूटा सवर्णों का कहर, मारपीट कर लूटपाट का आरोप
छत्तीसगढ़, झारखंड, 2001 पार्लियामेंट अटैक सहित पुलवामा जैसे हमलों के दौरान अपनी देश भक्ति का जलवा बिखेर चुके जांबाज रिटायर्ड दलित CRPF जवान और उसके परिवार के लोगों पर गांव के ही दबंग स्वर्ण प्रधान और उसके गुर्गों द्वारा घर में घुसकर लाठी-डंडों से मारपीट कर लूटपाट किए जाने का मामला सामने आया है. सेवानिवृत्त सेना के जवान और उसके परिवार के लोगों पर स्वर्ण लोगों द्वारा घर में घुसकर किए गए हमले के बाद खून से लथपथ पीड़ित दलित परिवार फरियाद लेकर SSP के दरबार में पहुंचा और दबंगई करने वाले स्वर्ण दबंगों के खिलाफ कारवाई की मांग करते हुए न्याय की गुहार लगाई.
यूपी के अलीगढ़ जिले के थाना गोंडा क्षेत्र के गांव सुबकरा में दबंग स्वर्ण प्रधान और उसके गुर्गों द्वारा CRPF से रिटायर दलित CRPF जवान और उसके परिवार के लोगों पर घर में घुसकर लाठी-डंडों से मारपीट और लूटपाट की घटना को अंजाम दिए जाने के साथ ही चौथ वसूली मांगने का आरोप लगाया है. बताया जा रहा है कि दबंग प्रधान और उसके करीब 40 साथियों के द्वारा जब दलित रिटायर्ड CRPF जवान और उसके परिवार के लोगों पर लाठी-डंडों से हमला किया जा रहा था, तो पीड़ित परिवार दबंग स्वर्ण प्रधान और उसके गुर्गों से बचने के लिए पुलिस को फोन कर गुहार लगाई गई. फिर थाने पहुंचकर दबंग प्रधान और उसके साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई किए जाने की शिकायत की, लेकिन इलाका पुलिस ने नामजद दबंग प्रधान और उसके परिवार सहित गुर्गों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की, जिसके बाद खून से लथपथ पीड़ित परिवार ने SSP कार्यालय पहुंचकर SSP से न्याय की गुहार लगाई.
वहीं, इस मामले पर थाना गोंडा क्षेत्र के गांव सुबकरा निवासी रिटायर्ड CRPF जवान दलित बच्ची सिंह ने बताया कि वह पिछली 2 तारीख को अपनी उम्र 60 साल पार करते हुए CRPF से रिटायर हुए थे. इस दौरान देश की सेवा की और अपने बच्चों की बिना परवाह किए उन्होंने देश को अपनी सेवा दी. इस दौरान छत्तीसगढ़ झारखंड और 2001 में पार्लियामेंट पर हुए अटैक सहित पुलवामा हमले के दौरान उसने अपनी ड्यूटी पूरी निष्ठा के साथ की. आरोप है कि रिटायरमेंट के बाद जब वह अपने गांव में परिवार के लोगों के साथ रहने के लिए पहुंचे, तो गांव का ही दबंग स्वर्ण प्रधान विजय सिंह और उसके परिवार के लोगों ने अपने करीब 40 साथियों के साथ मिलकर 7 तारीख की सुबह लाठी-डंडों से लैस होकर उनके घर में घुसकर रिवाल्वर से फायरिंग की और उनके परिवार के लोगों पर हमला बोलते हुए जमीन पर गिरा कर बेरहमी के साथ पिटाई की.
आरोप है कि दबंग प्रधान और उसके परिवार के लोग दबंगई के बल पर दलित समाज के लोगों पर जबरन चौथ वसूली के नाम पर पैसे मांगने और शराब पिलाने का दबाव बनाते हैं. जब उसने दबंग प्रधान को चौथ वसूली के तौर पर पैसे और दारू पिलाने से मना किया, तो इसी चलते दबंग प्रधान ने अपने परिवार के लोगों के साथ मिलकर उसके घर में घुसकर पिटाई की.
आरोप है कि इससे पहले भी दबंग प्रधान और उसके परिवार के लोगों द्वारा उनके बच्चों के साथ मारपीट की गई थी. उस दौरान उनके और उनके डिपार्टमेंट में अलीगढ़ SSP से दबंगों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने को लेकर गुहार लगाई थी, लेकिन पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई. जबकि उनके पास घटना का वीडियो भी मौजूद था. जिसकी शिकायत उनके द्वारा थाना गोंडा पहुंचकर पुलिस से की गई, लेकिन घटना के बावजूद पुलिस 2 घंटे बाद मौके पर पहुंची. इस दौरान उसने पुलिस से गुहार लगाई की उसके दलित परिवार को दबंग स्वर्ण प्रधान और उसके साथ मौजूद करीब 40 से ज्यादा लोगों से उसको बचा लो, उनके द्वारा उसके घर पर लाइसेंसी हथियारों से फायरिंग की गई. इस दौरान दबंग प्रधान और उसके गुर्गो द्वारा की गई मारपीट में उसकी पत्नी बेटी समेत परिवार के करीब 9 से ज्यादा लोग घायल हो गए. जिसमें बेटी के हाथ पैरों को तोड़ते हुए उसके बेटे की आंख फोड़ दी गई. जिसके बाद दबंग प्रधान और उसके गुर्गे उसके परिवार के लोगों के साथ बेरहमी से मारपीट कर सोने चांदी के आभूषण समेत घर में लूटपाट ओर पथराव करते हुए मौके से फरार हो गए.
वहीं, थाना गोंडा थानाध्यक्ष उमेश चंद्र शर्मा का कहना है कि दोनों परिवारों के बीच पुरानी रंजिश है. दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ तहरीर दी है, और दोनों पक्षों के मुकदमें दर्ज कर लिए गए हैं. मामले की जांच की जा रही है, मौके पर पुलिस तैनात कर दी गई है. शांति व्यवस्था कायम है और जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
सौजन्य : Local vocal news
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