दलित नाबालिग बच्ची से गैंगरेप मामले में तीन पर नामजद केस दर्ज, दो गिरफ्तार
फारबिसगंज (अररिया): फुलकहा के एक गांव से शुक्रवार की देर रात नाबालिक 12 वर्षीय दलित बच्ची के अपहरण के बाद सामूहिक दुष्कर्म की घटना से जहां फुलकाहा गांव के स्थानीय लोगों व समाज में आक्रोश का माहौल है। वहीं दूसरे दिन पुलिस ने फुलकाहा थाना में पीड़ित बच्ची के पिता के आवेदन पर केस संख्या 100/22 दर्ज करते हुए तफ्तीश में जुट गई है। पिता ने थाना में तीन नामजद पर केस दर्ज कराया है।
जिसमें पुलिस ने शनिवार को ही स्वजनों के निशानदेही पर दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि एक आरोपित अब तक पुलिस के पकड़ से बाहर है। पकड़े गए दोनों आरोपितों में रामबाग पूर्णिया जिला निवासी स्व. मैथिली सिंह का पुत्र जगन्नाथ सिंह एवं फारबिसगंज रामपुर पंचायत के भजनपुर वार्ड संख्या 2 निवासी शेख कामील का पुत्र मुहम्मद कपिल शामिल है। वही तीसरा नामजद आरोपित भजनपुर वार्ड संख्या 2 निवासी मुहम्मद औरंगजेब को पुलिस घटना के दो दिन बाद भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है। दर्ज कराए गए केस में पिता ने उक्त तीनों आरोपितों के अलावा अन्य सहयोगियों का भी जिक्र किया है। जिसकी पहचान भी पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।
फारबिसगंज में पुलिस के पकड़े जाने से पूर्व आरोपितों ने पीड़ित बच्ची व स्वजनों के साथ की गाली गलौज मारपीट –
थाना में दर्ज कराए गए केस में पीड़ित पिता ने बताया है कि जब परवाहा से अपनी पुत्री को लेकर फारबिसगंज थाना जा रहा था। उसी क्रम में रामपुर हाईवे के पास पिकअप वाहन संख्या बीआर 11 जीइओ 867 को लगा लगा देख उसकी पुत्री ने बताया कि यह वही वाहन है। जिसमें उसका अपहरण किया गया था। जिसके बाद बच्ची की निशानदेही पर वाहन की तलाशी लेने लगा तो इसी बीच एक आरोपित सामने वाले होटल से निकला और उसकी पुत्री समेत सभी स्वजन को भद्दी भद्दी गाली देते हुए जाति सूचक शब्द का भी प्रयोग किया और मारपीट करने लगा। जिसके बाद उसकी बच्ची ने सभी आरोपितों की पहचान करते हुए कहा कि यह सभी वही लोग है जिन्होंने उनके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है।
जांच के लिए एफएसएल टीम को बुलाया गया है। घटना की वैज्ञानिक तरीके से अनुसंधान की जा रही है। दो आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं, तीसरे की गिरफ्तारी के लिए व अन्य की पहचान के लिए भी पुलिस अभियान चला रही है। मामले में टेक्निकल सेल की भी मदद ली जा रही है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाल रही है। गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का भी गठन किया गया है जिसमें महिला पुलिस पदाधिकारी को शामिल किया गया है। घटना को अंजाम देने वाले किसी भी सूरत में नहीं बख्शे जाएंगे।
रामपुकार सिंह
डीएसपी फारबिसगंज।
सौजन्य : Dainik jagran
नोट : यह समाचार मूलरूप से jantaserishta.com में प्रकाशित हुआ है. मानवाधिकारों के प्रति संवेदनशीलता व जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है !