ट्रांसजेंडर एथलीटों पर प्रतिबंध ओलंपिक चार्टर का उल्लंघन: FIMS प्रमुख फैबियो पिगोजी
नई दिल्ली: इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन के अध्यक्ष फैबियो पिगोजी ने कहा कि ट्रांसजेंडर या यौन विकास में अंतर वाले एथलीटों पर प्रतिबंध ओलंपिक चार्टर के सिद्धांतों के विपरीत है. तैराकी के शीर्ष निकाय फिना द्वारा बीते माह लिए गए फैसले के बाद खेल फेडरेशन के एक समूह ने महिलाओं के खेल में ट्रांसजेंडर एथलीटों की हिस्सेदारी पर अपनी निति की समीक्षा करनी शुरू कर दी है.
फिना ने अपनी नई नीति के हिस्सों में कुछ ऐसे व्यक्तियों पर प्रतिबंध लगाने का मतदान किया है, जो महिलाओं की प्रतियोगिता में पुरुष यौवन के माध्यम से रहे हैं. इसके अलावा कुछ घटनाओं में ट्रांसजेंडर तैराकों के लिए एक ‘खुली’ श्रेणी स्थापित करने के लिए एक समूह बनाया गया है.
राष्ट्रीय डोपिंग रोधी संगठन के अध्यक्ष पिगोजी ने रोम में इटैलियन राष्ट्रीय ओलंपिक समिति में FIMS पैनल में चर्चा करते हुए कहा, ‘ट्रांसजेंडर या डीएसडी एथलीटों का बहिष्कार ओलंपिक चार्टर के अनुरूप नहीं है.’ उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता में प्रवेश की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एथलीटों की प्रक्रिया या चिकित्सा उपचार के लिए दबाव नहीं बनाना चाहिए.
उन्होंने आगे कहा कि कि मौजूदा समाज को लिंग श्रेणियों के आधार पर केवल दो भागों में नहीं बांटा जा सकता है. आईओसी ने अपनी स्थिति का बचाव करते हुए कहा है कि फिना के निर्णय के बाद ट्रांसजेंडर एथलीटों के समावेश के लिए अपने स्वयं के नियम निर्धारित करना प्रत्येक खेल फेडरेशन पर निर्भर करता है.
सौजन्य : News18
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