‘पूर्व मुख्यमंत्री की बदली परिपाटी से दलितों को मिला न्याय’

सम्मेलन में गिनाए भाजपा सरकार के दलित हितैषी फैसले
हरियाणा की राजनीति में दलित समाज बदलाव की भूमिका में खड़ा है। आगामी विधानसभा चुनावों में दलित समाज न केवल भाजपा की हैट्रिक लगाने में सबसे बडा फैक्टर साबित होगा, बल्कि विपक्ष को संविधान का अपमान करने का जवाब भी देगा।
मुख्यमंत्री के चीफ मीडिया को-आर्डिनेटर सुदेश कटारिया ने नरवाना स्थित अंबेडकर भवन में आयोजित दलित सम्मेलन में भाजपा सरकार के दलित हितैषी फैसलों के साथ दलित महापुरुषों को दिए गए सम्मान बारे अवगत कराया।
दलित समाज ने भाजपा सरकार द्वारा दलितों के हित और नई पहचान दिलाने के खातिर लिए गए फैसलों की सराहना की। सुदेश कटारिया ने पूर्व मुख्य मंत्री मनोहर लाल के बारे में कहा कि उन्होंने न केवल राजनीति की परिपाटी को बदला, बल्कि दलितों को न्याय दिलाने का काम किया। भाजपा नेता मनोहर लाल ने दलितों की पीड़ा को समझते हुए त्वरित न्याय और सुनवाई के लिए हरियाणा एससी कमीशन का गठन किया।
भाजपा सरकार ने सरकारी तौर पर महापुरुषों की जयंती मनाने का जो फैसला लिया, उसका असर यह है कि ग्राम पंचायत से लेकर देश की सबसे बडी पंचायत (संसद) में सरकारी तौर पर महापुरुषों की जयंती मनाई जा रही हैं। यही नहीं संत शिरोमणि गुरु रविदास जी का पिपली में भव्य स्मारक प्रस्तावित है।
इस दौरान अंबेडकर सभा के प्रधान जिले सिंह, सूरत सिंह, कुलदीप सिंह बेलरखा, जापान सिंह, सुरजीत सिंह, सतबीर बडनपुर, नफे सिंह, बलबीर सरोहा, सतपाल उझाना, भरत सिंह भोसले, रोशन लाल, कसमीरा हंसडहर, मनीष शेरडा, पुनीत राठी, जगदीप सिंह, मास्टर होशियार सिंह, सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
सौजन्य: दैनिक ट्रिब्यून
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