बेटों की हत्या का भय दिखा कर दबंगों ने दलित का मकान हड़पा
लखनऊ इन्दिरानगर राम-राम चौराहे से कार सवारों ने दलित को तमंचे के बल पर बंधक बना लिया। कार में बैठा कर उसे रजिस्ट्री कार्यालय ले जाया गया। वहां बेटों की हत्या का डर दिखा कर दबंगों ने मकान अपने नाम लिखवा लिया। इसके बाद दलित को बंधन मुक्त किया गया। यह आरोप लगाते हुए पीड़ित ने इन्दिरानगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।
फोन कर मिलने बुलाया, तमंचा सटा कार में बैठाया
इन्दिरानगर पानी गांव निवासी सोहनलाल के मुताबिक तीन मई को उन्हें ईशान खान ने फोन कर राम-राम चौराहे पर मिलने बुलाया। जहां ईशान के साथ आजमगढ़ छितारा निवासी मो. उस्मान, अशरफ जमाल, गोसाईंगंज निवासी शमशुद्दीन, उजैर हुसैन और शारिक जफर मौजूद थे। बातचीत के बहाने से आरोपियों ने सोहनलाल को कार में बिठा। फिर तमंचा उनकी कनपटी से सटाते हुए मकान का बैनाम अशरफ, उस्मान और शमशुद्दीन के पक्ष में करने के लिए कहा। सोहनलाल के मना करने पर आरोपियों ने कहा कि तुम्हारे घर के बाहर हमारे लोग मौजूद हैं। अगर बैनामा नहीं किया तो तुम्हारे बेटे आकाश और दीपक की हत्या कर दी जाएगी। यह बात सुन कर सोहनलाल घबरा गए। असलहे के बल पर बंधक बनाए गए सोहनलाल ने बैनामा करने की हामी भर दी। इसके बाद उन्हें रजिस्ट्री कार्यालय ले जाकर बैनामा कराया गया। फिर मात्र छह लाख रुपये देकर आरोपियों ने भगा दिया। दबंगों के चंगुल से बच कर घर पहुंचे सोहनलाल ने परिवार को घटना की जानकारी दी |
तीन दिन में मकान खाली करो
पीड़ित के मुताबिक बैनाम कराने के साथ ही दबंगों ने तीन दिन में मकान खाली करने की चेतावनी दी थी। तय वक्त में मकान खाली नहीं होने पर उस्मान और उसके साथियों ने फोन कर धमकाना शुरू कर दिया। घर के बाहर अन्जान लोगों को भेज कर रेकी कराई गई। इसके बाद पीड़ित ने इन्दिरानगर कोतवाली पहुंच कर तहरीर दी। इंस्पेक्टर सुनील कुमार के मुताबिक पीड़ित की तहरीर पर बंधक बनाने, रंगदारी मांगने, मारपीट और धमकी देने की धारा में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
सौजन्य :लाइव हिंदुस्तान
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