सफाई कर्मचारियों की आयु सीमा फिर से बढ़ाकर 47 वर्ष करे पंजाब सरकार : सेठी
टांडा उड़मुड़ भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज (भावाधस) की बैठक प्रदेश यूथ उप प्रधान बिट्टू जाजा की अध्यक्षता में शिमला पहाड़ी पार्क टांडा में की गई । इस मीटिंग में प्रदेश अध्यक्ष सेठ राम सेठी शामिल हुए। सेठी ने कहा कि अब तक राज करने वाली सरकारों ने दलित समुदाय को केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया है और हर बार दलित समाज के साथ धोखा किया है। इसके कारण दलित समाज की समस्याएं आज भी वहीं खड़ी हैं।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों द्वारा श्रमिकों की आयु सीमा 47 वर्ष से घटाकर 42 वर्ष कर दी गई थी। उन्होंने सफाई कर्मचारियों की आयु सीमा फिर से बढ़ाकर 47 वर्ष करने की मांग की। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में कोरोना की चपेट में आए सफाई कर्मचारियों को प्राथमिकता के आधार पर पक्का किया जाए। ठेकेदारी प्रथा के तहत काम करने वाले सफाई कर्मचारियों का ठेकेदार द्वारा ईपीएफ और ईएसआई जमा नहीं किया जाता है, इसलिए ठेकेदारी प्रथा को समाप्त किया जाए, किसी भी सफाई कर्मचारी से निजी काम न कराया जाए, सरकारी कार्यालयों में काम करने वाले सफाई कर्मचारी की सुनवाई प्राथमिकता के आधार पर होनी चाहिए, सफाई कर्मचारियों को डीए के पिछले बकाया का भुगतान करने के साथ ही पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जाए।
उन्होंने भावाधस का विस्तार करते हुए सरवन राम साबी को भेट एरिया का उपाध्यक्ष नियुक्त किया। इस अवसर पर बॉबी बुधी गांव, निर्मल मुनक, हरमेश बस्सी, शाम लाल जाजा, बलविंदर बिट्टू कोटला, सुरजीत सिंह, मलकीत सिंह, सुखवीर सिंह बेंचा, प्रदीप राणा, सोडी नांगल, सुरजीत सिंह हरसी गांव, निरंजन सिंह ढिल्लों, सुखा, सोहन लाल भट्टी, सुखराज सिंह बस्सी भी उपस्थित थे। सरवन राम को सम्मानित करते प्रदेश अध्यक्ष सेठ राम सेठी व अन्य।
सौजन्य : दैनिक भास्कर
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