वापस हिंदू धर्म अपनाने वाली दलित महिला को ईसाई मिशनरी के लोग दे रहे धमकी, एसपी को सौंपा ज्ञापन
मध्यप्रदेश के दमोह जिले से धर्मांतरण का बड़ा मामला सामने आने के बाद अब मामले में रोजाना खुलासे हो रहे हैं। वापस हिंदू धर्म अपनाने वाली दलित महिला ने एसपी से सुरक्षा की गुहार लगाई है। साथ ही ईसाई मिशनरियों पर धमकी का आरोप लगाया है।
राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो के दमोह निरीक्षण में धर्मांतरण का मामला उजागर होने के बाद 10 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं अब इस मामले में रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे हैं। देहात थाने के मड़ाहार गांव में रहने वाली उमा अहिरवार ने वापस हिन्दू धर्म अपना लिया, जिसके बाद उसे लगातार धमकियां मिल रही हैं, जिसकी शिकायत दमोह एसपी से की गई है।
बता दें कि जब वो एसपी कार्यालय में शिकायत करने आ रही थी, तभी एसपी कार्यालय परिसर में दिल्ली और केरल के दो लोगों ने उसे धमकी दी। महिला की शिकायत सुनने के बाद एसपी ने कहा है कि जो जांच अभी चल रही है, इस आवेदन को भी उस जांच में शामिल किया जाएगा और सीएसपी अभिषेक तिवारी को जांच दी गई है।
जांच में क्या हुआ…
दमोह में मिड इंडिया क्रिश्चियन सर्विसेज की ओर से संचालित छात्रावास की जांच करने के लिए राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष दमोह पहुंचे थे। जिन्होंने देहात थाना में 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि संस्था की ओर से धर्मांतरण किया जा रहा है। इसके बाद मड़ाहार में रहने वाली उमा अहिरवार अपने पति और करीब चार परिवारों के साथ एसपी कार्यालय पहुंची।
महिला ने बताया, मेनन थॉमस नाम के एक व्यक्ति ने साल 2013 में उनका धर्मांतरण कराया था। उस समय उन्हें कुछ पैसे भी दिए थे, जो अब वह वापस मांग रहे हैं। उन लोगों कहना है कि यदि आप चर्च नहीं आओगे तो चार गुना पैसा वापस करना पड़ेगा। महिला का कहना है कि उसे लगातार धमकियां मिल रही हैं। महिला के साथ विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता भी एसपी के पास पहुंचे और उन्होंने घटना की जानकारी दी।
एसपी डीआर तेनीवार ने कहा, इस मामले की जांच सीएसपी अभिषेक तिवारी कर रहे हैं। महिला ने धमकी मिलने की शिकायत की है, उसकी भी जांच की जाएगी। एसपी कार्यालय परिसर में यदि किसी व्यक्ति के द्वारा महिला को धमकाया गया है तो सीसीटीवी फुटेज देख कर आरोपियों की पहचान भी की जाएगी।
सौजन्य : Amar ujala
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