दिल्ली में 21 साल की मुस्लिम डिफेंस अधिकारी का बेरहमी से हुआ था कत्ल, 11 दिन बाद भी परिवार को न्याय की आस
मृतका के परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने यह भी दावा किया कि महिला का यौन उत्पीड़न भी किया गया था और उसके शरीर को बुरी तरह छत-विछत किया गया था। परिवार के अनुसार इस घटना में एक से अधिक लोगों की संलिप्तता जाहिर की गई थी|
, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की डिफेंस सेवा में नौकरी करने वाली 21 साल की मुस्लिम युवती को सर्विस के चार महीने ही हुए थे। वह देश की राजधानी दिल्ली के संगम विहार की रहने वाली थी। बीते महीने की 27 अगस्त की शाम को वह अपने घर नहीं लौटी तो परेशान घरवालों ने युवती को हर जगह तलाशा। मृतका के परिजन थाने गए, कलेक्टर आफिस गए लेकिन कहीं से कोई मदद नहीं मिली। बाद में पता चला कि युवती की हत्या हो चुकी है, वो भी बेहद बर्बरता के साथ। इतनी बर्बरता की लिखते हुए भी किसी के हाथ कांप जाए। मृतका के परिजनो के मुताबिक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था।
इस मामले में अकबर सउदी नाम के ट्वीटर यूजर लिखते हैं, ‘चार-4 लोगों ने मिलकर उसके साथ सामुहिक दुष्कर्म किया, उसके शरीर में लगभग 50 जगह चाकू घोंपे गए, दरिंदों ने स्तन तक काट दिए। ऐसी कोई हैवानियत बाकी नहीं थी जो मृतका के साथ की ना गई हो। लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक मृतका को न्याय नहीं मिल सका है।’ हालांकि, मृतक महिला की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में यौन उत्पीड़न या विच्छेदन से इनकार किया गया है। इस मामले की पीएम रिपोर्ट में मौत का कारण, महत्वपूर्ण अंगों, यानी गर्दन, सिर, छाती सहित आई अन्य चोटों के कारण आघात और अधिक रक्तस्राव होना बताया गया है।’ सोशल मीडिया में 4 सितंबर को उसके कथित बलात्कार और हत्या पर नाराजगी व्यक्त की गई। कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी ने भी मामले में कथित निष्क्रियता की निंदा की। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि, ‘देश की राजधानी में एक नागरिक सुरक्षा अधिकारी के साथ बेरहमी से बलात्कार किया जाता है और उसे चाकू मार दिया जाता है और दिल्ली पुलिस द्वारा एक पिन ड्रॉप साइलेंस है।’
ट्विटर पर कई लोगों ने महिला के लिए न्याय की मांग की है। भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी ने कथित तौर पर मृतक महिला के परिवार से मुलाकात की और उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। एक टीवी चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी शख्स महिला का बॉयफ्रेंड बताया गया था। दंपति के बीच मतभेद थे जिसके कारण निजामुद्दीन के रूप में पहचाने जाने वाले आरोपी ने कथित तौर पर उसका अपहरण कर लिया और फिर उसकी हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने कालिंदी कुंज पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण कर दिया।
इस हत्याकांड में आरोपी व्यक्ति ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और पुलिस को बताया कि उसने और मृतक महिला ने कोर्ट में गुपचुप तरीके से शादी की थी, लेकिन महिला के परिवार ने शादी का समर्थन नहीं किया। जिसके बाद मृतका का किसी तीसरे व्यक्ति से संपर्क हो गया और आरोपी ने उसे रास्ते से हटाने का फैसला किया। वह कथित तौर पर उसे फरीदाबाद के सूरज कुंड इलाके में ले गया, जहां दंपति का किसी अन्य व्यक्ति के साथ उसकी कथित संलिप्तता को लेकर बहसबाजी हुई, जिसके बाद आरोपी ने खुद के कबूलनामे के अनुसार एक के बाद एक कई बार चाकू मारकर मौत की नींद सुला दिया।
मृतक के परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने यह भी दावा किया कि महिला का यौन उत्पीड़न भी किया गया था और उसके शरीर को बुरी तरह छत-विछत किया गया था। परिवार के अनुसार इस घटना में एक से अधिक लोगों की संलिप्तता जाहिर की गई थी, इस मामले में महिला के दो सहयोगियों पर भी आरोप लगा था। पुलिस ने सितंबर को आरोपी को रिमांड में लेकर और जानकारियां जुटाने के लिए अदालत से दरख्वास्त की थी। पुलिस द्वारा अदालत में दिया आवेदन बुधवार 8 सितंबर को स्वीकार कर लिया गया है, जिसके बाद पुलिस को 3 दिन की रिमांड सौंप दी गई। पुलिस आरोपी निजामुद्दीन से हत्या के मामले में और छानबीन कर रही है।
सौजन्य : जनज्वार
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