Maharashtra: दलित युवक को मंदिर में प्रवेश से रोका, विरोध पर की पिटाई; शिवसेना नेता और अन्य मामला दर्ज.
Maharashtra: ठाणे में एक शिवसेना नेता विकास रेपाले और अन्य पर दलित समुदाय के एक व्यक्ति को मंदिर में प्रवेश से रोकने और हमला करने का आरोप लगा है। रेपाले ने कथित तौर पर शिकायतकर्ता से कहा कि वह बौद्ध धर्म से होने के कारण मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकते। पुलिस ने आईपीसी और एससी/एसटी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
महाराष्ट्र के ठाणे में दलित समुदाय के एक व्यक्ति को मंदिर में प्रवेश से रोकने और हमला करने के आरोप में एक शिवसेना नेता और कई अन्य लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
वागले एस्टेट थाने के अधिकारी ने बताया कि आरोपी विकास रेपाले ने मंदिर में एक बैठक बुलाई थी। जिसके बाद बुधवार की रात यह घटना हुई। रेपाले पूर्व निगम पार्षद हैं।
अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता (25 वर्षीय दलित छात्र) ने शिकायत की है कि उन्हें और उनकी जाति के कुछ अन्य लोगों को रेपाले ने मंदिर में बैठक के लिए प्रवेश से रोक दिया। रेपाले ने उन्हें बताया कि जब वह (शिकायतकर्ता) एक अलग धर्म (बौद्ध धर्म) से हैं, तो उन्हें मंदिर में क्यों आना चाहिए। शिकायत के मुताबिक, रेपाले ने उन्हें डंडे से मारने की कोशिश की। जबकि उनके साथियों ने चप्पलें फेंकी।
विभिन्न धाराओं में दर्ज किया गया मुकदमा
उन्होंने बताया, शिकायतकर्ता जब पुलिस थाने में मामला दर्ज कराने के लिए जा रहे थे, तब भीड़ ने उन पर पत्थर फेंके। हमने रेपाले और अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचारों से रोकथाम) अधिनियम के तहत हमला, गैरकानूनी सभा, दंगा भड़काने के लिए उकसाने और अन्य अपराधों के तहत मामला दर्ज किया है।
अब तक किसी आरोपी नहीं हुई गिरफ्तारी
अधिकारी ने बताया कि इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है और आगे की जांच जारी है। सूत्रों के मुताबिक, रेपाले को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का करीबी सहयोगी माना जाता है।
सौजन्य: अमर उजाला
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