भीषण गर्मी में जल संकट झेल रहे चांपी दलित टोले के बाशिंदे

शेरघाटी प्रखंड मुख्यालय से पांच किमी दूर चांपी गांव के दलित टोले में रहने वाले लोगों को भीषण गर्मी में निकट के गांव मोहबतापुर के बधार से पीने के लिए ढोकर पानी लाना पड़ता है |
बिहार गया शेरघाटी प्रखंड मुख्यालय से पांच किमी दूर चांपी गांव के दलित टोले में रहने वाले लोगों को भीषण गर्मी में निकट के गांव मोहबतापुर के बधार से पीने के लिए ढोकर पानी लाना पड़ रहा है। टोले के निवासियों को यह फजीहत इसलिए झेलनी पड़ रही है कि उनके टोले में लगी नल-जल योजना दो वर्षों से बेकार पड़ी है। टोले में कोई चापाकल भी नहीं है। चांपी पंचायत के वार्ड नम्बर तीन में आने वाली इस दलित बस्ती में जल संकट दूर करने के लिए महीने भर पहले पीएचईडी कर्मी भी आए थे और खराब पड़ी मोटर अपने साथ ले गए, मगर आजतक उन्हें मरम्मत कराकर लगाया नहीं गया।
स्थानीय निवासी रामस्वरूप मांझी, योगेंद्र मांझी और रामपति मांझी आदि ने उपरोक्त जानकारी देते हुए बताया कि सबसे ज्यादा दिक्कत जानवरों को पानी पिलाने की है। तेज धूप में महिलाएं बच्चे मोहबतापुर में चलने वाली सिंचाई मोटरों से ढोकर पानी लाने को मजबूर हैं। लोगों को सिंचाई मोटरों के चालू होने का इंतजार करना पड़ता है। दलितों के इस जल संकट को लेकर स्थानीय ग्राम पंचायत से लेकर प्रखंड कार्यालय तक के ओहदेदार तमाशबीन बने हुए हैं। स्थानीय राजद नेता दिनेश यादव कहते हैं कि हाल के दिनों में जल संकट को लेकर प्रखंड से लेकर जिला मुख्यालय तक कई बैठकें भी आयोजित हुईं, मगर जमीन पर इसका कोई असर होता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है। इधर, पीएचईडी के सहायक अभियंता प्रवीण कुमार से इस मामले में बातचीत करने की कोशिश की गई, मगर वह उपलब्ध नहीं हो सके।
सौजन्य :हिन्दुस्तन लाइव
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