बीते साल सरपंच चुनाव में दलित युवक ने नहीं दिया था वोट, भड़के प्रत्याशी ने कर दी ऐसी हालत

दलितों के उत्पीड़न के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. जाता मामला हरियाणा का है, जहां सरपंच चुनाव में वोट न देने पर एक दलित युवक को पांच लोगों ने रात को 10.15 बजे करीब हनुमान मंदिर के पास से खींचकर उसका बुरा हाल कर दिया.
हरियाणा के बिलासपुर स्थित राठीवास गांव में एक 28 वर्षीय दलित व्यक्ति के उत्पीड़न का मामला सामने आया है. पुलिस के मुताबिक सरपंच चुनाव में आरोपी के पक्ष में वोट नहीं डालने पर पांच लोगों ने दलित युवक को अगवा करने के बाद उसकी जमकर पिटाई कर दी. पीड़ित का आरोप है कि हमलावरों ने उसे जातिसूचक गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी भी दी थी. इस मामले के पांचों आरोपी फरार बताए जा रहे हैं.
शर्मसार करने वाला मामला
पुलिस के मुताबिक उन्होंने इस मामले में आर्म्स एक्ट की धाराओं के साथ SC/ST एक्ट और आईपीसी के कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस का कहना है कि फिलहाल पांचों आरोपी फरार चल रहे हैं और उनकी गिरफ्तारी के लिए कई टीमें आस-पास के इलाके में दबिश दे रही है. शिकायतकर्ता के मुताबिक, बीते रविवार की रात करीब सवा दस बजे पीड़ित हनुमान मंदिर के पास बैठा था, तभी मनीष सिंह और उसका चचेरा भाई उसके पास आया और उसे खींचते हुए ले गया.
‘गाली दी… लाठियों से मारा फिर पिस्टल तान दी’
शिकायतकर्ता ने कहा, ‘पंचायत चुनाव लड़ने वाला संजीत राठी मुझे अपने घर ले गया. जहां राठी और उसके दोस्तों ने लाठियों से पीटा. वो मुझे लगातार जातिसूचक गालियां देते हुए कह रहे थे कि इसे आज मार डालेंगे. तभी उसके एक आदमी ने मेरे सिर पर पिस्तौल तान दी और कहा कि उसने सरपंची के चुनाव में राठी को वोट क्यों नहीं दिया? जब मेरे घरवालों को पता चला कि मुझे अगवा करके राठी के घर में रखा गया है, तो मेरे माता-पिता वहां पहुंचे उनके हाथ जोड़ने पर उन्होंने मुझे छोड़ा और तब मुझे बिलासपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया.’
पिछले साल का मामला
पुलिस ने ये भी बताया कि पीड़ित परिवार को प्रोटेक्शन दिया जाएगा. अगर उन्हें कोई और धमकी या कोई अन्य समस्या आती है तो पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी. हमले की ये घटना पिछले साल हुए सरपंच चुनाव के मतदान के दौरान हुई थी और पीड़ित के शरीर पर लाठियों से पीटने के कई निशान थे.
सौजन्य : Zee news
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