पंजाब यूनिवर्सिटी में पड़ने वाले दलित विद्यार्थियों की डिग्रियां रोक कर खिलवाड़ कर रही मान सरकार
चंडीगढ़: भारतीय जनता पार्टी पंजाब के प्रदेश महासचिव जीवन गुप्ता ने पंजाब सरकार के खिलाफ कड़ा संज्ञान लेते हुए कहा कि पंजाब यूनिवर्सिटी में पड़ने वाले दलित विद्यार्थियों की डिग्रियां पर रोक लगा कर मान सरकार विद्यार्थियों की ज़िंदगी से खिलवाड़ कर रही है। जीवन गुप्ता ने कहा कि पंजाब यूनिवर्सिटी में पड़ने वाले दलित विद्यार्थियों की पंजाब सरकार द्वारा स्कॉलरशिप फीस की राशि ना भेजे जाने के कारण यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा उनकी डिग्रियों पर रोक लगा दी गई है।
उन्होंने कहा कि अपने आप को दलितों की हितैषी कहने वाले आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री भगवंत मान तथा उनके शिक्षा मंत्री द्वारा दलित विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर लगाया जा रहा है। विद्यार्थियों की तरफ से अपनी डिग्रियां लेने के लिए पिछले कई दिनों से धरना दिया जा रहा है, लेकिन अभी तक सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंगी। उधर डिग्रियां मांग रहे विद्यार्थियों को यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा बेईज्जत तथा प्रताड़ित किया जा रहा है।
जीवन गुप्ता ने कहा कि दिल्ली का शिक्षा मॉडल पंजाब में लागू करने की दुहाई देने वाले मुख्यमंत्री तथा उनका शिक्षा विभाग आखिर कहाँ सोया हुआ है? क्या ऐसा है दिल्ली का शिक्षा मॉडल जिसे भगवंत मान पंजाब में लागू करना चाहता है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा पंजाब में लागू की गई आर्थिक नीति के चलते किए जा रहे एक्सपैरिमेंटस का खामियाज़ा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। पंजाब सरकार अनुसूचित जातियों तथा पिछड़ी श्रेणी के विद्यार्थियों के लिए बनाई गई योजनाओं का बजट दिन-ब-दिन कम करती जा रही है।
गुप्ता ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा यूनिवर्सिटी प्रशासन तथा विद्यक संस्थाओं में को एक पत्र जारी कर अनुसूचित एवं दलित विद्यार्थियों की डिग्रियां ना रोकने की हिदायत की थी, लेकिन इसके बावजूद भी सरकारों तथा प्राइवेट यूनिवर्सिटीयों द्वारा डिग्रियां रोक दी गई, जो कि कानून तथा सरकार के आदेशों की सीधे रूप में उलंघना है। पंजाब सरकार के दरबार में पहुँच रखने को डिग्रियां रोकने वालों के विरुद्ध कोई कारवाई नहीं की जा रही है। जीवन गुप्ता ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा पोस्टमैट्रिक स्कॉलरशिप का फंड भी अभी तक जारी नहीं किया गया है। गुप्ता ने पंजाब सरकार से मांग की कि विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप की राशि तुरन्त जारी की जाए ताकि विद्यार्थियों का भविष्य उज्जवल हो सके।
सौजन्य : Dainiksaveratimes
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