दलित की जमीन पर बाउंड्री बनाने के मामले में वारंट, मुख्तार अंसारी की पत्नी और साले की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित
मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशा अंसारी और उनके साले की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमों का गठन कर दिया गया है। दलित की जमीन पर कब्जा करके गोदाम बनाने के आरोप में मऊ कोर्ट ने वारंट जारी किया है। मुख्तार अंसारी इस समय यूपी की बांदा जेल में हैं। मऊ एसपी ने बताया कि मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशा अंसारी और दो सालों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम का गठन कर दिया है। साथ ही सर्विलांस टीम को भी एक्टिव रहने के लिए कहा गया है।
मुख्तार अंसारी की पत्नी पर दलित की जमी न को कब्जा कर एफसीआई गोदाम की बाउंड्री बनाने का आरोप है। शहर के थाना दक्षिण टोला इलाके के रैनी गांव में बने गोदाम की बाउंड्री बनाने के मामले में केस दर्ज हुआ था। इस संबंध में गैंगस्टर एक्ट के तहत माफिया मुख्तार की पत्नी और सालों के खिलाफ केस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में चल रहा था।
मुख्तार का एंबुलेंस प्रकरण
फर्जी पते पर मुख्तार की एम्बुलेंस पंजीकरण कराने का मामला भी काफी चर्चा में रहा। बाराबंकी के ARTO कार्यालय से कराने को लेकर यह हाई प्रोफा इल मामला बाराबंकी पुलिस के लिए मुसीबत बन गया था। इस पूरे मामले में पुलिस मऊ की अस्पताल संचालिका डॉ. अल्का राय को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में पुलिस ने कई अभियुक्तों को भी गिरफ्तार किया था। गौरतलब है कि यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद मुख्तार अंसारी की मुश्किलें बढ़ती लगातार बढ़ रहीं हैं, क्योंकि योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण के दो दिन बाद ही मऊ पुलिस ने मुख्ताक के खिलाफ गैंगेस्टर का मामला दर्ज किया था।
मुख्तार के बेटे के बयान का चुनाव आयोग ने लिया था संज्ञान
मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी मऊ सदर सीट से सुभासपा से मैदान में थे। तीन मार्च को चुनाव प्रचार के दौरान अब्बास अंसारी ने मंच से कहा था कि उनकी अखिलेश यादव से बात हो गई है। सरकार बनने के बाद अधिकारियों के छह महीने के लिए ट्रां सफर रोक दिये जाएंगे। पहले उनका हिसाब-किताब किया जाएगा। उनके इस बयान का चुनाव आयोग ने संज्ञान लेते हुए अब्बास के चुनाव प्रचार पर 24 घंटे के लिए रोक लगा दी थी।
कृष्णानंद राय की हत्या का मुख्तार पर लगा था आरोप
मुख्तार अंसारी पर यूपी में 52 से अधिक केस दर्ज हैं, जिसमें 15 से अधिक केस ट्रा यल स्टेज पर हैं। मुख्तार पर बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या कराने का आरोप है। इस पूरे मामले की जांच सीबीआई ने की थी, लेकिन गवाहों के मुकर जाने के बाद माफिया मुख्तार इस केस से बरी हो गया थ
सौजन्य : Jansatta
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