राजस्थान में बसपा ने की राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग, दलितों पर हो रहा अत्याचार
राजस्थान में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग रखी. चित्तौड़गढ़ दलित समाज पर बढ़ रहे अत्याचारों के विरोध में बहुजन समाज पार्टी, राजस्थान द्वारा राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. राष्ट्रपति के नाम दिए ज्ञापन में बताया कि राजस्थान में पिछले 3 सालों में दलित समाज पर जुल्म, ज्यादती और अन्य अत्याचार में बेतहाशा वृद्धि हुई है. पिछले कुछ दिनों में दलित समाज के युवाओं की हत्या और बच्चियों पर बलात्कार की ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिसकी वजह से दलित समाज राजस्थान में अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा है. दबंगों और मार्शल जातियों द्वारा लगातार दलित समाज के युवाओं और बहन-बेटियों को टारगेट किया जा रहा है.
सरकार और कानून के ढीले रवैयै की वजह से दलितों पर अत्याचार करने वाले लोगों के हौसले बुलंद हैं. लगातार ऐसी घटनाओं में वृद्धि हो रही है और न्याय की मांग को लेकर कार्रवाई के लिए परिवार और सामाजिक संगठनों को धरना प्रदर्शन और आंदोलन करने पड़ रहे हैं. बता दें कि पिछले दिनों ही नागौर के डीडवाना में दलित युवक की हत्या दबंगों द्वारा कर दी गई, जिसके लिए परिवार जनों को धरना, प्रदर्शन और आंदोलन करना पड़ा. पाली जिले के बाली में जितेंद्र मेघवाल नामक युवक की चाकू मारकर जातिवादी मानसिकता के कारण हत्या कर दी गई. इससे पूरे दलित समाज में असुरक्षा की भावना घर कर गई है. राष्ट्रपति से सरकार को निर्देशित कर कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार करा कर दलित समाज पर होने वाली घटनाओं पर रोक लगाने की मांग की गई.
इस अवसर पर प्रदेश सचिव राधेश्याम मेघवाल, जिलाध्यक्ष रामेश्वरलाल बैरवा, जिला उपाध्यक्ष शंकरलाल मेघवाल बिलड़ी, जिला महासचिव बालु नायक, जिला कोषाध्यक्ष सुरेश नायक, जिला संगठन मंत्री नारायणलाल बैरवा, कपासन विधानसभा अध्यक्ष दिनेश डोरिया, माधवलाल बैरवा कपासन, प्रभुलाल सालवी, बेगूं विधानसभा प्रभारी प्रसुन्न दशोरा, भीम आर्मी जिलाध्यक्ष प्रकाश मेघवाल, गंगाराम मेघवाल, प्रभुलाल सालवी, गोविन्द मेघवाल, दिनेश जटिया, विष्णु भील, लाभचन्द मेघवाल, सुरेश गहलोत, प्रभु नायक, रवि जटिया, बड़ीसादड़ी विधानसभा प्रभारी मोहम्मद हुसैन, पंकज खटीक, बाबुलाल, नरेश खटीक, सुरेश राठौड़, मिट्ठूलाल राठौड़, प्रकाश मेघवाल, कमलेश बौद्ध, दिनेश जटिया आदि उपस्थित रहे.
सौजन्य : Aaj kinews
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